बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने नागरिकता संशोधन विधेयक का विरोध करते हुए इसे विभाजनकारी बताया है। उन्होंने कहा कि यह बिल संविधान विरोधी है। बसपा इसका विरोध करेगी।
उन्होंने केंद्र सरकार को सलाह देते हुए कहा कि मामले पर सरकार को पुनर्विचार करना चाहिए। इसे जल्दबाजी में बिना किसी ठोस आधार के सदन में नहीं लाना चाहिए। यह बिल संविधान पर हमला है।